फ़ॉलोअर

शनिवार, 27 मार्च 2021

अक्सर चीखने वालों को देख मुस्कुराईये

 


कुछ रंग सजाईये

कुछ रंग बनाईये

उसमें बचपन की मस्ती

और 

पचपन की समझ

को घोटिये।

कुछ खुशियां मिलाईये

कुछ परेशानियों के किरचें आ जाएं तो

उन्हें निकाल फेंकिये

कुछ मिठास घोलिये

अपने दोस्तों संग बिताए

खूबसूरत पलों की

कुछ जमाईये 

ठंडी सी आईसक्रीम गर्म रिश्तों में।

कुछ फिरकी भी लीजिए

बच्चों की

बच्चों से पूछिये अटपटे से सवाल।

कुछ बुजुर्गो को गले लगाईये

अक्सर चीखने वालों को देख

मुस्कुराईये 

दिखाईये ताकत 

मुस्कुराहट की।

सादे हैं तो कुछ रंगीन हो जाईये

रंगीन हैं तो

सादे होकर पपीते से बन जाईये।

कुछ वृक्षों की छांह तक हो आईये

बच्चों को कागज दीजिए

और 

मिलकर पानी के चित्र बनाईये।

मजाक में ही सही

जिंदगी का एक गहरा सबक

इस होली सब तक पहुंचाईये।

ये होली

यूं अकेले और उदास सी है

ये बोझिल सी

उदासी को हटाईये 

घर में मोबाइल रखिये

और

किचन में चले जाईये

जीवन साथी के काम में 

कुछ हाथ बटाईये।

टीवी रोज देखकर थक गए हैं

अब

घर के सोफे पर 

पुरानी तरह की कोई 

एक 

महफिल जमाईये। 

ठहाकों में चलने दीजिए

चाय के कई दौर

कुछ पुराने हो जाईये

कुछ नया गुनगुनाईये।

जीवन में आनंद को खोजिए

उसके हो जाईये

आनंद बरसाईये। 

नशे में डूबे लोगों को समझाईये

जिंदगी कुछ यूं जी जाती है

नशे में तो उम्र ही नहीं

पूरी जिंदगी ही सूख जाती है।

अबकी कीजिए शुरुआत कुछ नया करेंगे

अबकी

होली पर जिंदगी 

और परिवार में 

कुछ नया रंग भरेंगे।

होली की शुभकामनाएं...मस्त रहें, खुश रहें और दूसरों के बेहतर होने में मददगार साबित हों क्योंकि ईश्वर ने सृष्टि मिलकर बनाई है और मिलकर ही वो परमपिता उसे संचालित करता है, हम असंख्य हैं और खुशियां और दुखों में उलझे हैं....मस्त रहें और खुश रहें, मिलकर चलें जिंदगी को खिलखिलाते हुए जीएं...। 

(फोटोग्राफ गूगल से साभार) 

24 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज रविवार 28 मार्च 2021 शाम 5.00 बजे साझा की गई है.... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. जी दिव्या जी...बहुत आभार आपका..। होली की शुभकामनाएं...

      हटाएं
  2. जी नमस्ते ,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार(२९-०३-२०२१) को 'एक दिन छुट्टी वाला'(चर्चा अंक-४०२०) पर भी होगी।

    आप भी सादर आमंत्रित है।
    --
    अनीता सैनी

    जवाब देंहटाएं
  3. वाह ! होली की शुभकामनाएं

    जवाब देंहटाएं
  4. यूं अकेले और उदास सी है

    ये बोझिल सी

    उदासी को हटाईये
    बहुत खूब...होली की शुभकामनाएँ

    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
    रंगों के महापर्व होली की हार्दिक शुभकामनाएँ।

    जवाब देंहटाएं
  6. ये पूरी रचना ही अभिभूत कर गई, इतने सुंदर सार्थक संदेशों को मेरा नमन,आपकी सलाह पर लोग चलें तो स्वर्ग जाने की जरूरत नहीं, सादर नमन , होली की हार्दिक शुभकामनाएं एवम बधाई ।

    जवाब देंहटाएं
  7. बहुत बढ़िया।
    होली की हार्दिक शुभकामनाएं।♥️🌻

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. आभार आपका... रंगोत्सव की शुभकामनाएं शिवम जी...

      हटाएं

  8. मुग्ध करती रंग बिखेरती रचना - - होली की शुभकामनाओं सह।

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. आभार आपका... रंगोत्सव की शुभकामनाएं शांतनु जी...

      हटाएं
  9. होली की हार्दिक शुभकामनाएँ 💐💐

    जवाब देंहटाएं
  10. छ मिठास घोलिये

    अपने दोस्तों संग बिताए

    खूबसूरत पलों की

    कुछ जमाईये

    ठंडी सी आईसक्रीम गर्म रिश्तों में।

    सच ही कितनी भावपूर्ण और सुन्दर हो जाएगी होली ..... शुभकामनाएँ

    जवाब देंहटाएं
  11. भावपूर्ण, हृदय को छू गयी आपकी रचना! सकारात्मक संदेश देती सार्थक प्रस्तुति! होली की अशेष शुभकामनाएँ!--ब्रजेंद्रनाथ

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. आभार आपका...। रंगों के पर्व की आपको भी शुभकामनाएं...।

      हटाएं

अभिव्यक्ति

 प्रेम  वहां नहीं होता जहां दो शरीर होते हैं। प्रेम वहां होता है जब शरीर मन के साथ होते हैं। प्रेम का अंकुरण मन की धरती पर होता है।  शरीर  क...