Followers

Showing posts with label जंगल वन्य जीव पौधे वनस्पति जीवन. Show all posts
Showing posts with label जंगल वन्य जीव पौधे वनस्पति जीवन. Show all posts

Saturday, July 24, 2021

उनका जंगल...हमारा जंगल

तुम्हें जंगल चाहिए
मुझे भी।
तुम्हें
उसे रौंदकर 
बनाना है
चीत्कार करता
महत्वाकांक्षी नगर।
मुझे
केवल जंगल चाहिए
जिसमें
हमारे जंगल का प्रतिबिंब 
नजर न आए।
हमारा
जंगल तुम रख लो
जिसमें
केवल सूखा है
चीख हैं
और कुछ
अस्थियां
सूखी हुई
उन वन्य जीवों की 
जिनसे हम छीन चुके हैं
उनका जंगल...।
तुम 
जंगल 
को नहीं समझ सकते
क्योंकि
हम 
अमानवीय और हिंसक हैं।
छोड़ दीजिए
उनका जंगल
जिसमें
वन्य जीव
गढ़ते हैं
एक सभ्य जीवन...।

ये हमारी जिद...?

  सुना है  गिद्व खत्म हो रहे हैं गौरेया घट रही हैं कौवे नहीं हैं सोचता हूं पानी नहीं है जंगल नहीं है बारिश नहीं है मकानों के जंगल हैं  तापमा...